संवाददाता- उल्हासनगर, उल्हासनगर मनपा के महासभा में ५०० फुट तक के मकानों का संपति कर माफ करने को सर्वसम्मति से पास किया गया था. मनपा की स्थिति को देखते हुए यह संपति कर माफ नहीं हो सकता.की जानकारी मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने पत्रकार परिषद में दी। बता दे कि उल्हासनगर मनपा क्षेत्र में कुल 1 लाख 70 हजार मालमत्ता (संपति )धारक है. इन संपति धराको में से जिनके मकान 500 स्केअर फूट क्षेत्रफल से कम है उन मकानों व इमारतों के घरों का संपति कर माफ किये जाने की मांग महासभा में उल्हासनगर शिवसेना शहर अध्यक्ष सभापति राजेंद्र चौधरी ने थी। इस बारे में महासभा में मनपा आयुक्त मदन सोंडे ने सभागृह में कहा था की संपति कर माफ करने का निर्णय लेना राज्यशासन के पास है.इस बारे में महासभा में कोई निर्णय नही लिया जा सकता. संपति कर माफ करने से मनपा को प्रतिवर्ष 46 करोड रुपये का नुकसान होगा. जिससे मनपा की आर्थिक स्थिति और खराब हो सकती है.इस महासभा मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख अनुपस्थित थे. इस विषय पर आज मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने पूछने पर जानकारी देते हए कहा कि उल्हासनगर मनपा आर्थिक स्थिती अत्यंत खराब है,हम प्रशासन में काम करते हुए मनपा का उत्पन्न कैसे बढ़े इसके लिए नए नए स्तोत्र का निर्माण के लिए प्रयत्नशील है. मुंबई महानगरपालिका से अपनी महानगरपालिका की तुलना नही हो सकती.मुम्बई पालिका के एक प्रभाग जितना हमारे पूरे मनपा का बजट है. जिस कारण संपति कर माफ करने की मांग पूर्ण नहीं हो सकती। देशमुख (मनपा आयुक्त) मकानों के
CY 500 स्केअर फुट के घरों का संपति कर माफ नहीं हो सकता-सुधाकर देशमुख (मनपा आयुक्त)